मिट्टी का तेल, तारपीन का तेल, सफेद / खनिज स्पिरिट और खनिज तारपीन के बीच क्या क्या अंतर है। पेंटिंग के कार्य में उपरोक्त का क्या उपयोग है?
केरोसिन सैचुरेटेड एलिफैटिक हाइड्रोकार्बन से बनता है। इसमें खुशबूदार घटक कम या बिलकुल भी नहीं होते हैं। इसका उबलने का रेंज लगभग 150-300 डिग्री सेल्सियस होता है। मिनरल टर्पेनटाइन तेल में 40%तक एरोमैटिक अवयव होते हैं, जो तारपीन के तेल में चिपकने का बेहतर गुण पैदा करते हैं, और विलय का रेंज 150 से 240 डिग्री सेल्सियस तक होता है। सफेद स्पिरिट, पेट्रोलियम से निकाला गया साफ पारदर्शी तरल होता इसका उबलने का बिंदु 65 डिग्री सेल्सियस होता है। सभी उपरोक्त तरल, घोल पर आधारित रंगों की चिपचिपाहट कम करने के लिए इस्तेमाल होते हैं।फिर भी घोल का प्रकार उत्पाद और थिनर के साथ घुलने की क्षमता पर निर्भर करता है। अगर गलत थिनर का प्रयोग किया जाता है, तो यह कमजोर कठोरता, कम चमक और कम स्थायित्व की समस्या को जन्म दे सकता है।